Wednesday, 16 May 2018

कुछ बात एक बिहारी के साथ




गर्व होता है ना जब आपको कोई आपकी राष्ट्रीयता से आपके स्टेट से जानता है,
छाती चौड़ी हो जाती हैं ना?
चलो कुछ बताता हूं,
मैं एक बिहारी हूं और मुझे इस बात का गर्व बचपन से था,
पर मैं बिहारी इसलिए नहीं क्यूकी मैं कंधे पर गमछा रखता हूं, या फ़िर कोई गंवार और अनपढ़ हूं,
मैं बिहारी इसलिए हूं because I was born in bihar.

मेरा कोई पूरा बचपन तो बिहार में नहीं बीता पर जितना भी बीता सब प्यारा सा बीता,
पटना की फेमस पोल्का आइसक्रीम,
वो एम आर एफ का लेदर का बल्ला,
और वो प्लास्टिक की गेंद,
सब अच्छा सा लगता था, और अब भी अच्छा लगता हैं

2006 शायद यही वो पहला साल था, जब दिल्ली जैसे शहर में पता चलने लगा कि एक बिहारी होना लगता क्या हैं,
दोस्त मुझे मेरे नाम से कम और बिहारी बुलाने लगे,
समझ ही नहीं आता था, कि आख़िर ये बिहारी बोल के हस्ते क्यों है?
कुछ वक़्त बाद पता चल चुका था कि बड़े शहर में बिहारी एक पहचान नहीं यह तो एक गाली होती है यार,
जान कर दिल बोहत उदास हो गया था यार
ख़ैर कोई बात नहीं!

स्कूल बदला दोस्त बदले ,बड़े हुए तो और बाते पता चली,
चलो वो भी सुनता हूं!
यहां बिहारी की पहचान ज़्यादातर लोग कैसे करते है
चलो ये बताता हूं..
अगर तुम स्टाइलिश कपड़े नहीं पहनते तो तुम हो बिहारी
अगर तुम हॉलीवुड को पसंद नहीं करते तो तुम हो बिहारी
अगर कोई मज़दूर हैं तो वो तो शत प्रतिशत हैं ही बिहारी

जब किसी को पता चलता तो वो मुझसे कुछ इस तरह कहता...
तू बिहारी है? देख कर तो नहीं लगता...
एक बार ऐसे ही किसी दोस्त से एक रेप केस के बारे में डिस्कस कर रहा था..
जानते हो उसने कहा क्या?..
ये जितने बिहारी होते है ना ये काम उन्हीं के होते है, इस बार मेरा खून खौल गया था और उस पर मेरा हाथ उठ गया था।
भले ही उसने sorry बोला पर वो समझकर भी नासमझ ही रह गया था

क्या करू?..
लोग क्या सच में भूले हुए हैं क्या?
 कि..कभी भगवान् बुद्ध ने लिया था जन्म
उस भूमि का नाम बिहार हैं,
गंगा की धार का नाम बिहार हैं,

सम्राट अशोक का चिन्ह ,जो बढ़ाता देश का मान हैं,
वो चिन्ह था जहां बना,उस देश का नाम बिहार है,
जब दुनिया अज्ञानता के अन्धकार में थी
तब नालंदा के ही ज्ञान से तो रोशन हुआ पूरा भारत संसार हैं,
जहां गौतम को बुद्धा की उपाधि और महावीर को मिला अपना निर्वाण है ,
उसी राज्य का नाम तो आज बिहार हैं,

चन्द्रगुप्त जिसने भारत को अखंड था बनाया,
समुद्रगुप्त का शाशन काल भारत का स्वर्णकाल हैं कहलाया,
जिसने चन्द्रगुप्त को विक्रमादित्य बनाया
उस माटी का नाम बिहार है,
गुरु गोबिंद सिंह जैसे वीर जहां जन्मे
उन दसवें गुरु का जन्मस्थल बिहार हैं,

हाँ माना कि आज बिहार की स्तिथि अच्छी नहीं,
क्या करे सत्ता की बागडोर ही ऐसे हाथो में हैं।
पर क्या इसके जिम्मेदार  सच में सभी बिहारी है?
एजुकेशन के कई मज़ाक किस्से जिन्हें लाइव न्यूज टी.वी पर शौक से  दिखाया गया
क्यों आजतक वो तमाम बने आई. ए. एस और आई. पी.स बने सबसे ज़्यादा आबादी को जो बिहार से ही बने उन्हें क्यों नहीं गिनाया गया?
हाँ आपको घूूस देकर बनी topper रूबी याद हैं
पर जो बनी असली TOPPER उस कीर्ति की शक्ल भी याद हैं?

बस बुराईयां ही है हम में?
क्या कोई अच्छाई नहीं?
गर शक्ल अच्छी नहीं है तो इसलिए हर बुरी चीज की तुलना  क्या आप हमसे ही करेंगे?
और शक्ल अच्छी मिली तो सुशांत सिंह राजपूत जो खुद बिहार से है उन्हें ही क्या दिल में बिठाएंगे ?
कौन सा अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड है जिससे बिहार की प्रतिभा को नहीं नवाजा ?
पदमश्री, पद्मभूषण, भारत रत्न, दादा साहेब फाल्के सभी तो हैं कमाया
फ़िर भी आज तक बिहार से बाहर बिहार इज्जत क्यों नहीं है कमा पाया?????
आख़िर क्यों?
ख़ैर कोई बात नहीं!

कौन सा ऐसा क्षेत्र है? जहां बिहारी नहीं पहुंच पाया?
इतिहास के युद्ध में बिहार हैं
आज की फौज में बिहार है
गीत संगीत में पदमश्री कमाने वाली शारदा सिन्हा बिहार हैं
शहनाई का बादशाह बिस्मिल्ला खान बिहार ही तो हैं
भारत का प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद, एक बिहारी तो था
कलम से क्रांति लाने वाला दिनकर भी बिहार था ,
और
आप तब भी कहते हैं कि बिहारी कुछ नहीं कर सकते
अरे आपको क्या पता ?
जब हर साल दरभंगा,गोपालगंज, सहरसा इतियादी जैसे क्षेत्र बाढ़ में डूब जाते है
और हर साल दोबारा खड़े हों जाते है
तो  इस बीच के अंतराल में उनके
उस जज़्बे, उस हौसले उस संघर्ष के बारे में
अरे आपको क्या पता?
ख़ैर कोई बात नहीं
आप तब भी नहीं समझेंगे।

अच्छा कभी किसी ने आपकी बोली या आपकी टूटी फूटी  अंग्रेजी का मज़ाक बनाया है?
जानते हो ना कैसा लगता हैं?
ठीक वैसा ही लगता है जब बिहार से आया कोई अपने को मैं नहीं हम कहता है, और  हम का मज़ाक बनने में कुछ क्षण लगता है।
अरे उसकी बोली का मज़ाक बना कर कितने देर के लिए हस लोगे?
कभी सोचा उसे कैसा लगा होगा? अपने आप को भीड़ में अकेला पाकर ..क्या इसमें उसी की गलती है?
अरे वो बिहारी अपने पहनावे से नहीं अपने दिल से हैं
वो बिहारी अपने पहनावे से नहीं अपने दिल से हैं ,
वो बिहारी इसलिए हैं क्योंकि उसके दिल में बिहार है,
हांँ मैं बिहारी हूँ, हांँ मेरे दिल में बिहार है
मैं बिहारी इसलिए हूंँ क्योंकि मेरा जन्म बिहार में हुआ है
इसलिए हांँ मैं बिहारी हूंँ , और मुझे इसके लिए गर्व हैं।
इन सबसे बड़ी बात भी हैं एक
कि मैं एक भारतीय हूंँ।

                         __✍️शुभम शाह

1 comment:

  1. Is post ko daalne ka maksad ye nahi ki bihar ka itihaas kitna gauravshaali tha?

    iska maksad kewal aapko ek bihari ke dil se milwana hai.

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