चल इश्क़ आज तुझको याद करते है,
सुन इश्क़...
इश्क़ कैसे करते चल आज तुझको ये बतलाते हैं,
चलो आज इश्क़ की बातें करते हैं,
चलो.. इश्क़ आज तुझको बदनाम करते हैं...
कहानी ये मेरी नहीं, कहानी ये हर मुकम्मल मोहब्बत की अधूरी दास्तां की हैं,
कहानी ये हर उस hopeless आशिक़ की बतलानी हैं,
कहानी ये उस आशावादी बंदे की भी हैं, जिसने इश्क़ में अब तक ना हार मानी हैं,
चलो आज उस आशिक़ की भी बात करते है..
चलो...इश्क़ आज तुझको थोड़ा सा बदनाम करते हैं।
जो लिया नाम उसका तो होगी यूहीं बदनाम वो
उस सोनी सी लड़की को आज इन अल्फ़ाज़ो में कहीं गुमनाम करते हैं,
जिसे देख मैं बेकरार हुआ था, आज उन मदहोश आंँखो को फ़िर अपने नाम करते हैं,
चलो आज उस लड़की की भी बात करते हैं
चलो...इश्क़ आज तुझको फ़िर से याद करते हैं।
काटी किसी ने नस हैं, तो भेजे किसी ने ख़त हैं,
पिए किसी ने जाम हैं, तो कोई पी रहा मोहब्बत के, शर्बत हैं,
किसी के हाथो में उसका हाथ हैं,
तो किसी ज़ुबा पर बस उसकी सिर्फ आज बात हैं,
चलो आज उन्हीं बातों की बात करते हैं,
चलो...इश्क़ आज तुझको कुछ ज़्यादा ही बदनाम करते हैं।
मेरा मन हैं कि मैं तुझको एक ख़त लिखु,
उन सभी पुराने कारवां में जो तू हर रात रेडियो पर सुनती हैं,
और उन्हें सुन...
और उन्हें सुन बंद आंँखो से जो तुझे खयाल आते हैं उनमें सिर्फ़ मै दिखु,
चलो आज उन्हीं ख़यालो की बात करते हैं
चलो... इश्क़ आज तुझको बदनाम करते हैं..
__✍️शुभम शाह

Ishq ko yaad rakh kar..ise padhiyega.
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